समकालीन अस्मितामूलक विमर्श

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Free Online Course: समकालीन अस्मितामूलक विमर्श provided by Swayam is a comprehensive online course, which lasts for 12 weeks long. The course is taught in Hindi and is free of charge. Upon completion of the course, you can receive an e-certificate from Swayam. समकालीन अस्मितामूलक विमर्श is taught by डॉ. मनीष कुमार.

Overview
  • यह पाठ्यक्रम स्न्नातक स्तर के कोर स्टूडेंट्स के लिए है | इस course के माध्यम से स्टूडेंट्स आदिवासी समाज, साहित्य संस्कृति और जीवन शैली से रूबरू हो पायेगे |आदिवासी साहित्य किस तरह रचाब और बचाव का साहित्य है | दलित और स्त्री विमर्श के माध्यम से स्टूडेंट्स दोनों विमर्श की अवधारणाओं से परिचित होते हुए साहित्य और समाज में दोनों विमर्शो की क्या अमहियत है आदि बातो से मुखातिब होगें | यह course साहित्य की दुनिया के तीनो विमर्शो को समझने में साहयक सिद्ध होगा |

Syllabus
  • COURSE LAYOUT

    Week 1 : भारत में हाशिए का समाज भाग-1 भारत में हाशिए का समाज भाग-2 आदिवासी साहित्य : अवधारणा और इतिहास
    Week 2 : समकालीन अस्मितामूलक आदिवासी साहित्य : सामान्य परिचय आदिवासी काव्य लेखन आदिवासी कथा लेखन भाग -1
    Week 3 : आदिवासी कथा लेखन भाग -2 दलित साहित्य : अवधारणा और इतिहास समकालीन अस्मितामूलक दलित साहित्य (परिचर्चा)
    Week 4 : दलित कविता लेखन दलित कथा लेखन दलित आत्मकथा लेखन
    Week 5 : नारीवादी साहित्य : अवधारणा और इतिहास समकालीन अस्मितामूलक नारीवादी साहित्य : सामान्य परिचय समकालीन अस्मितामूलक नारीवादी साहित्य (परिचर्चा)
    Week 6 : नारीवादी कविता लेखन नारीवादी कथा लेखन नारीवादी आत्मकथा लेखन
    Week 7 : कविता पाठ : परिचर्चा और विश्लेषण अछूत की शिकायत- हीरा डोम, सदियों का संताप- ओमप्रकाश वाल्मीकि, मै दूगां माकूल जबाब- असंगघोष स्त्रियाँ – अनामिका, मासूम भोली लड़की-सुशीला टाकभोरे, गांधारी- रीता दास राम जंगल जल रहे- रामदयाल मुंडा, तुम्हारे एहसान लेने से पहले सोचना पड़ेगा हमें-निर्मला पुतुल, अघोषित उलगुलान- अनुज लुगुन
    Week 8 : कहानी / उपन्यास पाठ : परिचर्चा और विश्लेषण यस सर (कहानी) - अजय नावरिया, सिलिया (कहानी) – सुशीला टाकभोरे छप्पर (उपन्यास)- जय प्रकाश कर्दम
    Week 9 : कहानी / उपन्यास / आत्मकथा पाठ : परिचर्चा और विश्लेषण बोलने वाली औरत (कहानी)–ममता कालिया, छिन्नमस्ता (उपन्यास)- प्रभा खेतान एक कहानी यह भी (आत्मकथा) – मन्नू भंडारी
    Week 10 : कहानी / उपन्यास पाठ : परिचर्चा और विश्लेषण पगहा जोरी जोरी रे घाटो (कहानी) – रोज केरकेट्टा पलाश के फूल (उपन्यास)- पीटर पॉल एक्का
    Week 11 : दलित आत्मकथा पाठ : परिचर्चा और विश्लेषण मुर्दहिया (आत्मकथा) – तुलसीराम दोहरा अभिशाप (आत्मकथा) – कोशल्या वैसंत्री