Hindi Gadya Sahitya : Katha Sahitya

Go to class
Write Review

Free Online Course: Hindi Gadya Sahitya : Katha Sahitya provided by Swayam is a comprehensive online course, which lasts for 15 weeks long. The course is taught in Hindi and is free of charge. Upon completion of the course, you can receive an e-certificate from Swayam. Hindi Gadya Sahitya : Katha Sahitya is taught by Prof. Deo Shankar Navin.

Overview
  • एम.ए. हिंदी साहित्य के पाठ्यक्रम के अंतर्गत अब हम 'हिंदी गद्य साहित्य : कथा साहि‍त्य' की चर्चा करेंगे। भारतीय विश्वविद्यालयों में एम.ए. हिंदी–पाठ्यक्रम में ‘हिंदी गद्य साहित्य : कथा साहि‍त्य' से संबंधित एक प्रश्नपत्र अनिवार्यतः पढ़ाया जाता है, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को 'हिंदी गद्य साहित्य: कथा साहि‍त्य' से परिचित करवाना होता है, क्योंकि बिना हिंदी गद्य साहित्य कथा साहि‍त्य को समझे भाषा और साहित्य के सर्जनात्मक विकास को समझना कठिन होगा। किसी भी भाषा और साहित्य के इतिहास को हम इसलिए नहीं पढ़ते हैं कि उस साहित्य के अतीत की अनेक तिथियों, घटनाओं, कहानियों के साथ कवियों और उनकी रचनाओं के नाम जान लें, बल्कि साहित्य के इतिहास का अध्ययन इसलिए आवश्यक है कि विभिन्न कालखंडों में अवस्थित कवियों के काव्यात्मक वैशिष्ट्य के साथ उनके द्वारा रचित साहित्य की विकासधारा को हम भलीभाँति जान और समझ सकें। इस दृष्टि से विचार करने पर प्रस्तुत पाठ्यक्रम में आख्यान शास्त्र के विविध आयाम से लेकर आधुनिककाल के कहानीकार काशीनाथ सिंह की कहानी 'कविता की नई तारीख' तक को समग्रता से सम्मिलित किया गया है। इसके अंतर्गत प्रेमचन्द से लेकर काशीनाथ सिंह तक प्रत्येक काल की प्रमुख प्रवृत्तियों के विवेचन-विश्लेषण के लिए अधुनातन शोध-अनुसंधान तथा नवीन तथ्यों के आलोक में तटस्थ एवं वस्तुपरक आकलन का प्रयास किया गया है, जिससे विद्यार्थियों को हिंदी गद्य साहित्य कथा साहि‍त्य को निष्पक्ष ढंग से जानने-समझने में सुविधा हो सके।

Syllabus
  • Week 1आख्यान शास्त्र के विविध आयामउपन्‍यास की संरचना

    Week 2हिन्‍दी गद्य : कथा-साहित्य का उद्भव एवं विकासहिन्‍दी उपन्‍यास लेखन : पृष्‍ठभूमि‍ एवं परम्पराहिन्‍दी उपन्‍यास लेखन : प्रमुख प्रवृत्ति‍याँ

    Week 3हिन्‍दी का पहला उपन्यास : एक विमर्शकहानी कला : प्रयास एवं परिणतियाँहिन्‍दी की पहली कहानी : एक विमर्श
    Week 4प्रेमचन्‍द का उपन्‍यास-लेखन और गोदानगोदान का कथ्‍य एवं शिल्प
    Week 5गोदान का सामाजि‍क सरोकारहिन्‍दी आलोचना में गोदान का मूल्यांकन
    Week 6आँचलि‍कता की अवधारणा और हिन्‍दी उपन्‍यासमैला आँचल का कथ्‍य एवं शिल्प
    Week 7मैला आँचल में लोक-जीवनहिन्‍दी आलोचना में मैला आँचल का मूल्यांकन
    Week 8हजारीप्रसाद द्विवेदी एवं वाणभट्ट की आत्मकथावाणभट्ट की आत्मकथा का कथ्‍य एवं शिल्प
    Week 9वाणभट्ट की आत्मकथा में प्रेम का स्वरूपहिन्‍दी आलोचना में वाणभट्ट की आत्मकथा का मूल्यांकन
    Week 10विनोद कुमार शुक्ल का उपन्यास लेखन और नौकर की कमीजहिन्‍दी में अनूदित उपन्यास : एक सर्वेक्षण
    Week 11उसने कहा थाकफनआकाशदीप
    Week 12पत्‍नीगदलरोज (गैंग्रीन)
    Week 13स्वातन्‍त्र्योत्तर हिन्‍दी कथा-लेखन की पृष्‍ठभूमि‍स्वातन्‍त्र्योत्तर हिन्‍दी कथा-लेखन की प्रवृत्ति‍याँपरिन्‍देअमृतसर आ गया गया
    Week 14सिक्का बदल गयायही सच हैदोपहर का भोजनकोसी का घाटवार
    Week 15राजा निरबंसि‍यापत्थर के नीचे दबे हुए हाथहास्‍य रसकविता की नई तारीख